The Basic Principles Of sidh kunjika
शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम् ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
Attract a line with the Sahasrara. In the junction where the eyes, ears, nose and mouth unite on that axis, that may be The situation of intensity Within this meditation.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
ऐं-कारी सृष्टि-रूपायै, ह्रींकारी प्रतिपालिका।
नवरात्रि के नौ दिनों तक इसका पालन करना होगा तभी ये पूर्ण फल प्रदान करेगा.
श्री सरस्वती अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
इस पाठ के करने से अष्टसिद्धियां प्राप्त होती हैं.
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति।
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
हुं हुं हुंकाररूपिण्यै जं जं click here जं जंभनादिनी ।